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🌼 19 वर्षीय वैदिक विद्वान देवव्रत महेश रेखे🇮🇳 भारत की नई पीढ़ी का गौरवआज के समय में जब अधिकांश युवा आधुनिक जीवन की ओर आकर्षित होते हैं, वहीं महाराष्ट...
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🌼 19 वर्षीय वैदिक विद्वान देवव्रत महेश रेखे

🇮🇳 भारत की नई पीढ़ी का गौरव


आज के समय में जब अधिकांश युवा आधुनिक जीवन की ओर आकर्षित होते हैं, वहीं महाराष्ट्र के 19 वर्षीय देवव्रत महेश रेखे ने अपनी साधना, धैर्य और दृढ़ संकल्प से ऐसा कार्य कर दिखाया है जो इतिहास में दर्ज होने योग्य है।


🕉️ 2000 मंत्रों से युक्त दंडक्रम पारायण

➡️ लगातार 50 दिनों तक बिना रुके

➡️ अत्यंत जटिल शुक्ल यजुर्वेद (माध्यंदिन शाखा) की परंपरा में दुर्लभ साधना

➡️ इस प्रकार का पारायण करना अत्यंत कठिन माना जाता है।


यह केवल एक साधना नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, वेद परंपरा और अध्यात्म की जीवंत विरासत है।


🙏 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी दी बधाई

PM मोदी ने इस अद्भुत उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी विरासत और प्रतिभाएं आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेंगी।


📍 काशी के सांसद होने के नाते, मुझे खुशी हुई — यह संदेश दिखाता है कि परंपरा और राष्ट्र गौरव आज भी जीवित है और यह उपलब्धि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है।


✨ हमारी युवाशक्ति केवल तकनीक में ही नहीं, बल्कि सनातन ज्ञान में भी अग्रणी है।


💐 देवव्रत रेखे जैसे युवाओं को नमन।

उनकी यह विद्या और साधना आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रकाशपुंज बने।


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🌺🙏🚩देवों के देव महादेव के प्रचंड अवतार काल भैरव बाबा के जन्मोत्सव श्री काल भैरव अष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।🙏💫जो भक्तों के संकट हरते हैं, जो धर्...
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🌺🙏🚩
देवों के देव महादेव के प्रचंड अवतार काल भैरव बाबा के जन्मोत्सव श्री काल भैरव अष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।

🙏💫
जो भक्तों के संकट हरते हैं, जो धर्म की रक्षा करते हैं —
उन भैरव बाबा का आशीर्वाद आप सब पर सदा बना रहे।

जय श्री काल भैरव बाबा 🚩🙏

#कालभैरवअष्टमी #जयभैरवबाबा #महादेव #भक्तिभाव #SanatanDharma
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🪷सनातन धर्म में पाँच मुख्य देवता🪷सनातन परंपरा में पाँच दिव्य स्वरूपों को प्रमुख देवता माना गया हैगणेश जी, शिव जी, माता पार्वती, नारायण भगवान और सूर्...
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🪷सनातन धर्म में पाँच मुख्य देवता🪷

सनातन परंपरा में पाँच दिव्य स्वरूपों को प्रमुख देवता माना गया है
गणेश जी, शिव जी, माता पार्वती, नारायण भगवान और सूर्यदेव।
इन्हीं पंचदेवों से धर्म का आधार, शक्ति और पथदर्शन निर्मित होता है।

इनके जितने भी रूप हैं, वे सभी पूजनीय हैं, क्योंकि हर रूप किसी न किसी दिव्य गुण का प्रतीक है।
गणेश जी बुद्धि और सफलता के आरंभ का संकेत देते हैं,
शिव जी त्याग और करुणा का मार्ग दिखाते हैं,
माता पार्वती शक्ति और स्नेह का रूप हैं,
नारायण भगवान संरक्षण और संतुलन के आधार,
और सूर्यदेव जीवन के प्रकाश, ऊर्जा और अनुशासन के प्रतीक।
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दिल्ली में हुए कल के दुर्भाग्यपूर्ण विस्फोट की घटना अत्यंत दुखद और चिंताजनक है। हम इस हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व...
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दिल्ली में हुए कल के दुर्भाग्यपूर्ण विस्फोट की घटना अत्यंत दुखद और चिंताजनक है। हम इस हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और उनके परिजनों को यह असहनीय दुख सहने की शक्ति दें।

हम घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं और आशा करते हैं कि प्रशासन इस घटना की पूरी जांच कर दोषियों को शीघ्र कठोर दंड दिलाएगा।

इस कठिन समय में हमारी भावनाएं दिल्ली और सभी प्रभावित परिवारों के साथ हैं। 🕊️
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🌿❄️ शीतऋतु में तुलसी सेवा ❄️🌿ठंडी हवा जब आँगन से होकर गुजरती है, तब तुलसी माँ की देखभाल और भी ज़रूरी हो जाती है। सर्दियों में तुलसी केवल पौधा नहीं,...
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🌿❄️ शीतऋतु में तुलसी सेवा ❄️🌿

ठंडी हवा जब आँगन से होकर गुजरती है, तब तुलसी माँ की देखभाल और भी ज़रूरी हो जाती है। सर्दियों में तुलसी केवल पौधा नहीं, घर की धड़कन जैसी होती है, जिसे थोड़ी सी अतिरिक्त गर्माहट चाहिए।

✅ सुबह हल्की धूप जरूर दिलाएँ
धूप तुलसी के लिए सर्दियों की रजाई जैसी होती है।

✅ पानी कम दें
ठंड में तुलसी को ज़रूरत से ज्यादा पानी देना ठीक नहीं। बस मिट्टी हल्की नम रहे।

✅ रात को तुलसी को ढक दें
अगर बहुत ठंड पड़ती है तो कपड़े या पन्नी से हल्का कवर दें, ताकि पाला न लगे।

✅ दीपक जलाएँ
संध्या के समय तुलसी के पास दीपक जलाना केवल पूजा नहीं, गर्मी और सकारात्मक ऊर्जा का भी स्त्रोत है।

✅ मंत्र या नामजप करें
तुलसी माँ के पास बैठकर थोड़ा नामस्मरण मन को शांत करता है और वातावरण को पवित्र।

तुलसी सेवा मतलब प्रेम, अनुशासन और भक्ति का छोटा सा रोज़ का अभ्यास। 🌿❤️
तुलसी महारानी की जय ❤️
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🌸 भाई दूज 2025: तिथि, शुभ मुहूर्त और पौराणिक कथा 🌸भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक भाई दूज का त्योहार दीपावली के तुरंत बाद मनाया जाता है। यह दिन भाई-बहन क...
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🌸 भाई दूज 2025: तिथि, शुभ मुहूर्त और पौराणिक कथा 🌸

भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक भाई दूज का त्योहार दीपावली के तुरंत बाद मनाया जाता है। यह दिन भाई-बहन के प्रेम, सम्मान और एक-दूसरे के प्रति समर्पण का उत्सव है। इस वर्ष भाई दूज 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त निम्नलिखित हैं —

🕉️ भाई दूज 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त

तिथि प्रारंभ: 22 अक्तूबर 2025, रात 8:16 बजे

तिथि समाप्त: 23 अक्तूबर 2025, रात 10:46 बजे

पूजा का शुभ मुहूर्त: 23 अक्तूबर 2025, दोपहर 1:13 बजे से 3:28 बजे तक

इस अवधि में बहनें अपने भाइयों को तिलक कर सकती हैं और विधिपूर्वक पूजा संपन्न कर सकती हैं। यही समय भाई-बहन के प्रेम को समर्पित इस पावन पर्व की पूजा के लिए सबसे उत्तम मुहूर्त माना गया है।

📖 भाई दूज की पौराणिक कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान सूर्यदेव और उनकी पत्नी छाया के दो संतानें थीं — यमराज और यमुना। यमराज मृत्यु के देवता बने, जबकि यमुना एक पवित्र और पूजनीय नदी के रूप में जानी गईं।

बचपन से ही यमुना अपने भाई यमराज से अत्यंत स्नेह करती थीं और हमेशा यह चाहती थीं कि उनका भाई एक बार उनके घर आए और उनके हाथों से भोजन ग्रहण करे। वे बार-बार यमराज को निमंत्रण देतीं, परंतु यमराज अपने कार्यों में इतने व्यस्त रहते कि हर बार टाल देते थे।

एक दिन, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को यमराज बिना बताए यमुना के घर पहुँच गए। भाई को देखकर यमुना अत्यंत प्रसन्न हुईं। उन्होंने बड़े प्रेम और श्रद्धा से उनका स्वागत किया, तिलक किया, आरती उतारी और स्वादिष्ट भोजन परोसा।

यमुना के प्रेम और सेवा से यमराज अत्यंत प्रसन्न हुए और उन्होंने यमुना को वरदान मांगने को कहा। यमुना ने यह वर मांगा —

"हे भैया, हर वर्ष कार्तिक शुक्ल द्वितीया के दिन आप मेरे घर पधारें, और इस दिन जो बहन अपने भाई को तिलक कर प्रेमपूर्वक भोजन कराएगी, उसका भाई दीर्घायु होगा और उसे यमलोक का भय नहीं रहेगा।"

यमराज ने यह वरदान स्वीकार किया और तभी से यह भाई दूज की परंपरा शुरू हुई।

🌸 भाई दूज का महत्व

भाई दूज केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के अटूट प्रेम, विश्वास और सुरक्षा के बंधन का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं।

इस पर्व में छिपा भाव यह है कि परिवार के रिश्ते केवल रक्त से नहीं, बल्कि प्रेम, सेवा और समर्पण से बनते हैं।


भाई दूज हमें यह सिखाता है कि सच्चा संबंध वह है जिसमें एक-दूसरे की भलाई की भावना हो। इस वर्ष 2025 में, इस पवित्र दिन पर अपने भाई या बहन के साथ समय बिताएँ, उन्हें स्नेह और आशीर्वाद दें, और इस रिश्ते की पवित्रता को सहेजें।

जय सूर्यपुत्र यमराज! जय यमुनामैया!
आप सभी को भाई दूज की हार्दिक शुभकामनाएँ! 🌺

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🌿 शुभ गोवर्धन पूजा 🌿आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाकर ब्रजवासियों की रक्षा की थी।यह पर्व हमें सिखाता है कि प्रक...
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🌿 शुभ गोवर्धन पूजा 🌿
आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाकर ब्रजवासियों की रक्षा की थी।
यह पर्व हमें सिखाता है कि प्रकृति की पूजा और सत्कर्म ही सच्चा धर्म है।

🪔 आइए, इस गोवर्धन पूजा पर हम भी श्रीकृष्ण के आदर्शों का पालन करें —
प्रकृति की रक्षा करें, गौ सेवा करें और सभी के कल्याण की भावना रखें।

🙏 जय श्री गोवर्धनधारी श्रीकृष्ण 🙏
#GovardhanPuja #GovardhanParvat #Dikshasthal #जयश्रीकृष्ण
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🌸 दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ🌸आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ! 🪔देवी लक्ष्मी आपके घर को धन, समृद्धि और वैभव से भर दें,और भगव...
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🌸 दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ🌸


आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ! 🪔

देवी लक्ष्मी आपके घर को धन, समृद्धि और वैभव से भर दें,
और भगवान गणेश आपके जीवन की सभी बाधाओं को दूर करें।

आपका जीवन सदैव भक्ति, प्रेम और प्रकाश से आलोकित रहे। 🌟

दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ! ✨
— टीम दीक्षास्थल
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आपको और आपके परिवार को धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएँ! मां लक्ष्मी आपके घर में धन, वैभव और आरोग्य का वास करें।
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आपको और आपके परिवार को धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएँ! मां लक्ष्मी आपके घर में धन, वैभव और आरोग्य का वास करें।
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🌟 एकादशी स्मारिका 🌟🍉🍇 रामा एकादशी व्रत 17 अक्टूबर, शुक्रवार 2025 ✨⏰ पारण समय: 18 अक्टूबर, शनिवार 2025
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🌟 एकादशी स्मारिका 🌟

🍉🍇 रामा एकादशी व्रत
17 अक्टूबर, शुक्रवार 2025


पारण समय:
18 अक्टूबर, शनिवार 2025
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✨🌸विजयदशमी की शुभकामनाएं!यह पावन पर्व आपके जीवन में धर्म, सत्य और सद्गुण की विजय लेकर आए।श्रीराम के आदर्श हमें सदैव प्रेरित करें और हमारे जीवन में आ...
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✨🌸
विजयदशमी की शुभकामनाएं!
यह पावन पर्व आपके जीवन में धर्म, सत्य और सद्गुण की विजय लेकर आए।
श्रीराम के आदर्श हमें सदैव प्रेरित करें और हमारे जीवन में आनंद, शांति और समृद्धि का संचार हो। 🌸✨
⛳जय श्री राम ⛳
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🌸🙏 नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🌸माँ दुर्गा के नौ स्वरूप आपके जीवन मेंनई ऊर्जा, अपार शक्ति और असीम सुख-समृद्धि लेकर आएं।✨ शक्ति से प्रेरणा मिल...
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🌸🙏 नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🌸

माँ दुर्गा के नौ स्वरूप आपके जीवन में
नई ऊर्जा, अपार शक्ति और असीम सुख-समृद्धि लेकर आएं।

✨ शक्ति से प्रेरणा मिले
✨ भक्ति से जीवन खिले
✨ श्रद्धा से मन पवित्र हो

जय माता दी 🚩
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🌸 वृंदावन प्रकट उत्सव 2025 🌸🙏 पूज्य श्री इन्द्रेश जी उपाध्याय द्वाराश्रीमद् भागवत कथा एवं भक्ति वर्षा📅 तिथि: 27 सितम्बर से 03 अक्टूबर 2025🕒 समय:...
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🌸 वृंदावन प्रकट उत्सव 2025 🌸

🙏 पूज्य श्री इन्द्रेश जी उपाध्याय द्वारा
श्रीमद् भागवत कथा एवं भक्ति वर्षा

📅 तिथि: 27 सितम्बर से 03 अक्टूबर 2025
🕒 समय: दोपहर 3 बजे से सायं 7 बजे तक
📍 स्थान: सेक्टर 34, मेला ग्राउंड, चंडीगढ़

✨ विशेष आकर्षण:
रात्रि 8:30 से 10:00 बजे तक “प्रतिदिन उत्सव”

👉 अधिक जानकारी हेतु संपर्क:
📞 9911933777 | 9999254458 | 9050605526

📌 सभी श्रद्धालु भक्त इस पावन अवसर पर सम्मिलित होकर श्रीकृष्ण कथा एवं भक्ति की अमृतवर्षा का लाभ अवश्य उठाएँ।
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दीक्षा स्थल (Dikshasthal) का उद्देश्य आपकी आध्यात्मिक यात्रा को अनुशासित और सार्थक बनाना है। इसी संकल्प को आगे बढ़ाते हुए हम लेकर आए हैं नया फीचर – ना...
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दीक्षा स्थल (Dikshasthal) का उद्देश्य आपकी आध्यात्मिक यात्रा को अनुशासित और सार्थक बनाना है। इसी संकल्प को आगे बढ़ाते हुए हम लेकर आए हैं नया फीचर – नाम जप (Naam Jap)।

🔹 यह फीचर आपको प्रदान करता है:
🧘‍♂️ ऑनलाइन जप काउंटर – हर मंत्र जप को सहजता से गिनने की सुविधा।
📿 दैनिक जप ट्रैकर – नियमितता बनाए रखने और साधना को गहराई देने का साधन।
🌸 आध्यात्मिक अनुशासन – मन को केंद्रित कर भक्ति मार्ग पर अग्रसर होने का अवसर।

👉 अब हर साधक अपने मंत्र जप को और भी नियमित, सरल और सार्थक बना सकता है।
आइए, मिलकर करें नाम स्मरण और बढ़ाएँ अपने जीवन में शांति, शक्ति और समर्पण।
अभी नाम जप शुरू करें https://dikshasthal.com/user/naam-jap
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✨ नाम जप केवल शब्द नहीं, यह आत्मा की शक्ति है।जब हम ईश्वर का नाम जपते हैं, मन को शांति, हृदय को आनंद और जीवन को नया दृष्टिकोण मिलता है।हर पल को प्रभु...
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✨ नाम जप केवल शब्द नहीं, यह आत्मा की शक्ति है।
जब हम ईश्वर का नाम जपते हैं, मन को शांति, हृदय को आनंद और जीवन को नया दृष्टिकोण मिलता है।
हर पल को प्रभु के नाम से जोड़िए और देखिए कैसे अंधकार मिटकर प्रकाश फैलता है।
आज से शुरुआत कीजिए – एक नाम, अनंत कल्याण। 🌸
#NaamJap #Bhakti #InnerPeace
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✨ Dikshasthal का नया फीचर – Naam Jap! ✨अब आपका भजन-स्मरण हुआ और भी आसान। Naam Jap के साथ आप किसी भी समय, कहीं भी, अपने आराध्य का नाम जप सकते हैं।✅...
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✨ Dikshasthal का नया फीचर – Naam Jap! ✨
अब आपका भजन-स्मरण हुआ और भी आसान। Naam Jap के साथ आप किसी भी समय, कहीं भी, अपने आराध्य का नाम जप सकते हैं।

✅ हर मंत्र, हर नाम – अब आपके साथ ऑनलाइन
✅ अपने जप का रिकॉर्ड रखें और बढ़ाएँ अपनी साधना
✅ जुड़ें आध्यात्मिकता से और पाएँ शांति का अनुभव

आज ही लॉगिन करें और शुरू करें अपना Naam Jap!
#Dikshasthal #NaamJap #Bhakti #NewFeature #SpiritualJourney
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आप सभी को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ।यह पवित्र पर्व भाई-बहन के प्रेम, विश्वास और सुरक्षा के अटूट बंधन का प्रतीक है।ईश्वर से प्रार्थना है कि आपके...
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आप सभी को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ।
यह पवित्र पर्व भाई-बहन के प्रेम,
विश्वास और सुरक्षा के अटूट बंधन का प्रतीक है।
ईश्वर से प्रार्थना है कि आपके जीवन में सदैव खुशियाँ,
स्वास्थ्य और समृद्धि बनी रहे।
जय श्री राधे ❤️
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🚫 महत्वपूर्ण सूचना – सभी सदस्यों के लिए 🚫प्रिय सदस्यों,दीक्षास्थल एक पवित्र, शांति और आध्यात्मिकता पर आधारित मंच है। कृपया निम्नलिखित बातों का विशेष...
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🚫 महत्वपूर्ण सूचना – सभी सदस्यों के लिए 🚫

प्रिय सदस्यों,

दीक्षास्थल एक पवित्र, शांति और आध्यात्मिकता पर आधारित मंच है। कृपया निम्नलिखित बातों का विशेष ध्यान रखें:

🙏 कृपया ये पोस्ट न करें:

नग्नता या अश्लील सामग्री

अभद्र भाषा या फूहड़ चुटकुले

नफरत फैलाने वाला भाषण (धर्म, जाति, लिंग या किसी भी पहचान के आधार पर)

यौन आकर्षण या भड़काऊ पोस्ट

⚠️ इस प्रकार की पोस्ट तुरंत हटाई जाएंगी और संबंधित सदस्य को बिना चेतावनी के ब्लॉक किया जा सकता है।

यह मंच आध्यात्मिक विकास, सकारात्मक संवाद और आत्मशांति के लिए है।
आइए इसे एक मर्यादित, सुरक्षित और प्रेरणादायक स्थान बनाए रखें।

🌿 अश्लीलता नहीं, आत्मज्ञान फैलाएं। घृणा नहीं, प्रेम बांटें।

आपके सहयोग के लिए धन्यवाद।
— टीम दीक्षास्थल
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✨ New Feature Alert – "Reels" Now Live on Dikshasthal! ✨Dear Devotees, 🙏We are thrilled to announce the launch of the brand-new "Ree...
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✨ New Feature Alert – "Reels" Now Live on Dikshasthal! ✨

Dear Devotees, 🙏
We are thrilled to announce the launch of the brand-new "Reels" feature on the Dikshasthal website!

🎥 You can now watch short devotional clips, inspiring messages, spiritual moments, and glimpses of your favorite Katha Vachaks — all in one place, in a quick and engaging reel format.

🌟 What’s inside Reels?

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Powerful slokas, bhajans, and teachings

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💬 Feel free to like, comment, and share the reels with your friends and family to spread the message of dharma.


Jai Shri Ram 🚩
#Dikshasthal #Reels #SpiritualReels #BhaktiShorts #KathaVachak #DigitalDharma #NewFeature
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🌟 A New Chapter Begins on Dikshasthal 🌟You are not just a user —🕉️ You are a storyteller of spirit.🎥 You are a creator of culture.🔥 You are a ligh...
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🌟 A New Chapter Begins on Dikshasthal 🌟

You are not just a user —
🕉️ You are a storyteller of spirit.
🎥 You are a creator of culture.
🔥 You are a light to others.

Now, with Reels on Dikshasthal,
your journey becomes a beacon of inspiration.

📿 Share your devotion.
🎶 Express your soul.
🌺 Awaken others through your voice.

This is more than a feature —
It’s your sacred stage.

🙏 With reverence,
Team Dikshasthal
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🌕 दीक्षास्थल की ओर से गुरु पूर्णिमा पर शुभकामना संदेश 🌕गुरु पूर्णिमा के इस पावन अवसर पर हम सम्पूर्ण श्रद्धा और कृतज्ञता के साथ अपने गुरुदेव के चरणों...
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🌕 दीक्षास्थल की ओर से गुरु पूर्णिमा पर शुभकामना संदेश 🌕

गुरु पूर्णिमा के इस पावन अवसर पर हम सम्पूर्ण श्रद्धा और कृतज्ञता के साथ अपने गुरुदेव के चरणों में वंदन करते हैं — वही गुरु जो अज्ञान के अंधकार को दूर कर ज्ञान का दीप प्रज्वलित करते हैं।

दीक्षास्थल में आज हम उन सभी दिव्य गुरुओं को स्मरण करते हैं, जिनकी कृपा, मौन उपस्थिति और मार्गदर्शन ने हमें साधना, सेवा और आत्मबोध के मार्ग पर अग्रसर किया है। यह दिन केवल उत्सव नहीं है, यह अपने भीतर झाँकने, समर्पण करने और अपने आध्यात्मिक पथ के प्रति पुनः संकल्प लेने का समय है।

आइए, हम सभी विनम्रता और श्रद्धा से इस पथ पर अग्रसर हों, यह स्मरण करते हुए कि गुरु हमसे अलग नहीं, बल्कि हमारे भीतर ही निवास करते हैं। गुरु की खोज वास्तव में आत्मा की खोज है।

🙏 ह्रदयपूर्वक कृतज्ञता सहित,
– दीक्षास्थल परिवार
प्रत्येक श्वास अर्पण बने, प्रत्येक कदम सत्य की ओर हो।

✨🌺
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we are deeply shocked and speechless at the tragic Air India crash.Our heartfelt prayers and condolences go out to the victims and their families in t...
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we are deeply shocked and speechless at the tragic Air India crash.

Our heartfelt prayers and condolences go out to the victims and their families in this difficult time.

May God give strength to the affected. Only prayers at this time. 🙏💔
– Team Dikshasthal
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पहलगाम में हुआ आतंकी हमला बेहद निंदनीय और हृदयविदारक है।हम सरकार से आग्रह करते हैं कि कड़ी और निर्णायक कार्रवाई हो, जिससे कोई भी उपद्रवी भविष्य में ऐस...
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पहलगाम में हुआ आतंकी हमला बेहद निंदनीय और हृदयविदारक है।
हम सरकार से आग्रह करते हैं कि कड़ी और निर्णायक कार्रवाई हो, जिससे कोई भी उपद्रवी भविष्य में ऐसा करने की हिम्मत न कर सके।
अंततः हम "श्री जी और लाल जी" से दिवंगतों की आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना करते है।

#PahalgamAttack #HinduLivesMatter #IndiaForJustice #PrayForPeace #JaiHind
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जय बजरंगबली!आज पवनपुत्र, संकटमोचन, श्री हनुमान जी का जन्मोत्सव है।आइए हम सभी मिलकर उनके चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करें और प्रार्थना करें कि वे हमे...
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जय बजरंगबली!
आज पवनपुत्र, संकटमोचन, श्री हनुमान जी का जन्मोत्सव है।
आइए हम सभी मिलकर उनके चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करें और प्रार्थना करें कि वे हमें शक्ति, भक्ति और सद्बुद्धि प्रदान करें।

हनुमान जन्मोत्सव की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं!
राम काज में रत रहो, संकट कटे तुम्हारे!

जय श्री राम!
जय हनुमान!

#HanumanJanmotsav #हनुमानजन्मोत्सव #JaiHanuman #Bajrangbali #SankatMochan #रामभक्त #जयश्रीराम #हनुमानजीकी_जय
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Add Your Temple to DikshasthalDo you know a temple that deserves to be seen and celebrated? Help us preserve spiritual heritage by sharing it with the...
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Add Your Temple to Dikshasthal
Do you know a temple that deserves to be seen and celebrated? Help us preserve spiritual heritage by sharing it with the world.

Whether it's a historic shrine or a local temple with deep meaning – your contribution helps thousands connect with India’s divine roots.

- Share Temple Photos & Details
- Reach Devotees Across the Globe
- Preserve Cultural and Spiritual Legacy
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राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ!राम नाम की महिमा अपरंपार है,जो जीवन में राम को धारण करता है, उसका उद्धार निश्चित है।आज का पावन दिन प्रभु श्रीराम के जन्...
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राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ!

राम नाम की महिमा अपरंपार है,
जो जीवन में राम को धारण करता है, उसका उद्धार निश्चित है।

आज का पावन दिन प्रभु श्रीराम के जन्म का उत्सव है – राम नवमी। यह दिन हमें मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों, उनके धैर्य, सत्य, करुणा और धर्म की याद दिलाता है।

राम नवमी केवल एक पर्व नहीं, बल्कि एक प्रेरणा है –
कि हम भी अपने जीवन में धर्म, संयम और सत्य के मार्ग पर चलें।

श्रीराम का नाम लीजिए, मन पवित्र कीजिए।
राम जी का आशीर्वाद आप सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाए।

जय श्री राम!
राम नवमी की ढेरों शुभकामनाएँ!
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चैत्र कृष्ण अष्टमी के पावन अवसर पर, पूज्य गौरदास जी महाराज के शुभ जन्मोत्सव पर, दीक्षास्थल परिवार उन्हें सादर नमन करता है। उनकी कृपा से हम सभी को सत्य...
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चैत्र कृष्ण अष्टमी के पावन अवसर पर,
पूज्य गौरदास जी महाराज के शुभ जन्मोत्सव पर, दीक्षास्थल परिवार उन्हें सादर नमन करता है।
उनकी कृपा से हम सभी को सत्य, धर्म और भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती रहे।
उनका आशीर्वाद हम सभी पर सदैव बना रहे।
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शीतला अष्टमी 2025: तिथि, महत्व और पूजा विधिशीतला अष्टमी 2025 इस वर्ष 22 मार्च को मनाई जाएगी। इसे बसौड़ा भी कहा जाता है और इस दिन माता शीतला की पूजा की...
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शीतला अष्टमी 2025: तिथि, महत्व और पूजा विधि

शीतला अष्टमी 2025 इस वर्ष 22 मार्च को मनाई जाएगी। इसे बसौड़ा भी कहा जाता है और इस दिन माता शीतला की पूजा की जाती है। यह पर्व होली के आठवें दिन आता है और मुख्य रूप से उत्तर भारत, विशेषकर राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और हरियाणा में मनाया जाता है।

शीतला अष्टमी का महत्व

शीतला माता को रोग नाशिनी देवी माना जाता है, जो विशेष रूप से चेचक, खसरा और अन्य संक्रामक रोगों से रक्षा करती हैं। इस दिन माता शीतला की पूजा करने और व्रत रखने से घर में सुख-समृद्धि आती है और परिवार स्वस्थ रहता है।

पूजा विधि

1. स्नान और संकल्प: प्रातः स्नान कर व्रत का संकल्प लें।


2. शीतला माता की पूजा: माता की मूर्ति या चित्र के सामने जल, रोली, अक्षत, गुड़, हल्दी और फूल अर्पित करें।


3. ठंडा भोजन चढ़ाएं: इस दिन बासी (एक दिन पहले बना हुआ) भोजन खाने और चढ़ाने की परंपरा है, जिसे ‘बसौड़ा’ कहते हैं।


4. मंत्र जाप: "ॐ ह्रीं श्रीं शीतलायै नमः" मंत्र का जाप करें।


5. कथा श्रवण: शीतला माता की कथा सुनें और परिवार के साथ साझा करें।


6. जरूरतमंदों को भोजन दान करें: इससे पुण्य लाभ प्राप्त होता है।



शीतला अष्टमी व्रत का नियम

इस दिन घर में चूल्हा नहीं जलाया जाता, इसलिए एक दिन पहले भोजन बनाया जाता है।

महिलाएँ और भक्तगण उपवास रखते हैं और माता शीतला को प्रसन्न करने के लिए नियमपूर्वक पूजा करते हैं।

इस दिन दही, रोटी, मीठे चावल और बेसन से बनी मिठाइयों का सेवन किया जाता है।


शीतला माता की कथा

कहानी के अनुसार, एक बार एक महिला ने शीतला माता की पूजा किए बिना चूल्हा जलाया, जिससे उसका पूरा परिवार बीमार हो गया। बाद में जब उसने विधिपूर्वक शीतला माता की पूजा की, तो सभी रोग समाप्त हो गए। इस कथा से हमें माता शीतला की पूजा के महत्व का ज्ञान मिलता है।

शीतला अष्टमी से जुड़ी मान्यताएँ

इस दिन पूजा करने से घर में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ नहीं आतीं।

बच्चों को विशेष रूप से इस दिन माता शीतला का आशीर्वाद मिलता है।

यह व्रत घर में सुख-शांति और समृद्धि लाने वाला माना जाता है।


निष्कर्ष

शीतला अष्टमी न केवल धार्मिक रूप से बल्कि स्वास्थ्य और सफाई के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। यह पर्व हमें स्वच्छता और रोगों से बचाव का संदेश देता है। माता शीतला की कृपा से सभी भक्तों का जीवन रोगमुक्त और समृद्ध हो।

जय माता शीतला!
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